***नेकी की राह पर तू चल सदा*** नेकी की राह पर चल सदा जीवन ये तो बहुत अल्प सा सत्कर्म संग कर्तव्य निभा नेकी कर के तू पुण्य कमा मानवता धर्म ही सबसे बड़…
Read more***सच का सामना*** सत्य पथ पर यूँ बढ़ते चलो झूठ, मिथ्या को दूर रखो भरे हॄदय पवित्र भावना हम तो करें सच का सामना असत्य का अस्तित्व ही छोटा हर जन इससे…
Read moreमेरे पापा बात बहुत समय पहले की है।पापा काम के सिलसिले में मुंबई, अहमदाबाद, दिल्ली आदि कई शहरों में जाया करते थे।पापा जिस भी शहर में जाते थे,हम भ…
Read more***पर्यावरण*** बाग बगीचे हरीतिमा सारी इनसे सुंदर दुनिया न्यारी पर्यावरण को स्वच्छ बनाएं हर मानव की जिम्मेदारी प्रकृति से न करो खिलव…
Read more***धूम्रपान छोड़ो*** धूम्रपान को तुरंत छोड़ो स्वास्थ्य से नाता जोड़ो शरीर पावन धाम बनाओ त्याग धूम्रपान प्रण करो स्वस्थ शरीर एक उपहार है …
Read moreखेल खेल में सीखेंगे !! बच्चों को खेल में सीखने हेतु एक प्रेरणास्पद आलेख हिंदी में मनुष्य जब जन्म लेता है तब से उसके सीखन…
Read more*** रिश्तों की डोर *** होती है बड़ी कोमल यह रिश्तों की डोर विश्वास ,प्रेम, स्नेह रखना सदा चहुँओर रिश्तें नाते न भान शत्रु होता अभिमान क…
Read more***माँ**** नित भोर के आते ही वो रसोई घर मे चल पड़ती दिनभर काज करते करते कभी भी ना वो है थकती। कामकाज से गहरा नाता इसके सिवा कुछ ना भाता गृहस्थी में समाई …
Read more****उम्मीदों का सफर**** उम्मीदों का सफर सुहाना संगीत का सा मधुर तराना मंज़िल भी यूँ मिल …
Read more****अक्षय तृतीया**** न रहे कुछ खंड खंडों में बँटा क्षय. न हो सभी अक्षय रहे ईश से मिले यूँ आशीष सदा आज पावन पर्व अक्षय तृतीया दिवस ये तो विशिष्ट ब…
Read more****बहता मन**** यदा कदा किंचित भावनाओं में यूँ बह जाता ये मन है अनूठी, दिलकश प्…
Read more***वह मजदूर है*** नित भोर होते ही घर से इक आस लिये निकल पड़ता न कोई सुध भूख प्यास की कार्य निरंतर करता रहता वो। दिन बीते,वो सदिया बिताये भवन,महल,…
Read moreआधुनिक युग के प्रेम पर कविता !! ***आधुनिक युग का प्रेम हमारा*** आधुनिक युग का प्रेम निराला डाल गले …
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