कैरियर के लिए  संघर्ष करते एक युवा की  सच्ची कहानी हिंदी में  
Youtuber *****यूटूबर*****






      विक्रम एक पढ़ा लिखा लड़का था। बचपन में एक शहर से दूसरे शहर जाना पड़ता था। यह उसकी हर एक साल की कहानी थी।उसके पिता शासकीय सेवा में कार्यरत थे । अतः इस  कारणवश उसकी पढ़ाई देश के अलग-अलग हिस्सों में पूरी हुई । वह एक पढ़ा लिखा तथा खूबसूरत नौजवान था । वह किसी फिल्म के नायक के समान ही प्रतीत होता था वह बार-बार दर्पण को निहारता रहता ।कुछ डायलॉग बोलकर देखता था। वह किसी फिल्म में नायक की भाँति ही महसूस करने लगा , उसके भीतर सिनेमा जगत में जाकर नायक बनने की इच्छा जन्म लेने लगी थी । उसकी इसी इच्छा के साथ वह स्कूल की कक्षा में पढ़ते हुए एक दिन युवा हो गया । शिक्षा अभी चल ही रही थी, 12वीं कक्षा पढ़ने के बाद विक्रम के भीतर माया नगरी मुंबई में जाकर अपना भाग्य आजमाने की प्रबल इच्छा पैदा हुई।  विक्रम मुंबई गया जहां उसका दोस्त दिनेश जॉब में था ।दिनेश उसका अच्छा दोस्त था । 
 
मुंबई एक अत्यंत ही महंगा तथा तीव्र शहर है ,यहां प्रतिदिन हजारों लाखों युवा अपनी आंखों में सुनहरे स्वप्न लेकर आते हैं। किंतु हर किसी के बस का नहीं होता यहां ठहर पाना अपने स्वप्न को अधिक समय तक जीवित रख पाना जीवन के आधारभूत जरूरतों संघर्षों की चुभन उनके स्वप्न लोक को निर्जीव बना देती है। तब वास्तविक जगत से उनका सामना होता है ।वह युवा यह जान पाते हैं की वास्तविक जगत उनके स्वप्न लोक से कितना भिन्न और रंगहीन है ।सपनों को पूर्ण एवं साकार केवल वही युवा बना पाते हैं जिनके पीछे कोई ठोस पृष्ठभूमि हो ताकि वह उस स्वप्न धरातल पर स्थिर खड़े हो सके काँपते या हिलते हुए कदमों से नहीं।

विक्रम कुछ दिन तक मुंबई दिनेश के साथ रहा उसने कई प्रोड्यूसर्स के यहां कुछ अपने रिफरेंस से काम तलाशने की कोशिश की ,परंतु उसे कोई काम नहीं मिल सका ।वह निराश हो चुका था 

विक्रम तू कुछ दिन और रुक जा मेरे घर पर ,कहते हुए दिनेश ने विक्रम के कंधे पर हाथ रख दिया ।

नहीं भाई, मैं पहले ही तेरा बहुत एहसान ले चुका हूं ।अब नहीं 

तो फिर तेरे सपने ?

अब नहीं भाई ! अपने शहर लौट कर कुछ काम शुरू करूंगा ।

 क्या करेगा ? कुछ सोचा है तूने 

हां वही बैंक में सेल्स एग्जीक्यूटिव कि जॉब जो मैं पहले किया करता था ।उसी को फिर से ज्वाइन कर लूंगा ।

फिर तेरे पेशन का क्या होगा?

 मैं यूट्यूब चैनल पर भी वीडियो बनाता रहता हूं ।बस अपने पेशन को साइड में जारी रखूँगा, ताकि अपने पेरेंट्स को भी निराश ना करूँ।

 ठीक है भाई अगर तूने डिसाइड कर ही लिया है तो मैं तुझे रोकेगा नहीं ।

थैंक यू भाई जो तूने इतने दिनों तक मेरा साथ दिया।

 दूसरे दिन सुबह होते ही विक्रम अपने शहर जम्मू के लिए रवाना हो गया । कुछ दिनों तक घर रूकने के पश्चात उसने ऑफिस को ज्वाइन कर लिया तथा साथ ही यूट्यूब चैनल पर ब्लॉक बनाकर अपने शौक़ को जिंदा रखने लगा ।उसने इस लाइन में भी बहुत संघर्ष किया ।उसके दोस्तों विक्रम की अपेक्षा अधिक धनवान थे।

 वह अपने यूट्यूब चैनल को महंगी गाड़ियों महंगे होटलों में अच्छे कपड़े पहनकर शूट करते थे। उसे किसी बड़े यूट्यूबर से प्रमोट करा लेते थे ।उसके पास बहुत कम फॉलोअर्स थे ,जो उसके चैनल को फॉलो कर रहे थे।

 यूट्यूब चैनल में 1हज़ार फॉलोअर्स का होना आवश्यक होता है ।यूट्यूब के चैनलों पर यह  होना अत्यंत आवश्यक है ।तभी चैनल पर विज्ञापन दिखाए जाते हैं इन नियमों का पालन करके ही चैनल को आगे बढ़ाया जा सकता है। 

विक्रम ने इन सब एल्गोरिथम को समझ लिया वह अलग-अलग स्थान पर जाकर एक छोटे से कैमरे से शूट करने लगा था उसके पास अलग से कोई कैमरा नहीं था वह मोबाइल के कैमरे से ही अपनी वीडियो बनाता था। उसके पास ट्राइपॉड नहीं था तो वह एक ईंट की ऊंचाई पर मोबाइल रखकर वीडियो बनाता था, फिर उसे एडिट करता प्ले स्टोर से वह वीडियो एडिटिंग एप्लीकेशन डाउनलोड करके उसे एडिट कर सुंदर बनाता । उसके बाद यूट्यूब पर वीडियो अपलोड करता ।इन सब में उसे अच्छा खासा समय लग जाता था।
 लेकिन वह फिर भी बहुत मेहनत करता था ।

उसके साथ एक लड़की जो कि उसके साथ स्कूल के समय से पढ़ रही थी। अचानक एक दिन उसकी मुलाकात प्रीति से हुई 

अरे विक्रम तुम यहां ?

हमें वीडियो बनाने आया था 

वीडियो ?प्रीति ने आश्चर्य से पूछा ?

हां वह मेरे चैनल के लिए वीडियो

 तुम अभी भी यह फालतू के काम ही करते हो । अरे कुछ तो अच्छा कर लिया होता लाइफ में यार तो अभी तक सेटल हो गए होते कम से कम ।

विक्रम का मुंह लटक गया था फिर भी वह ज्यादा कुछ नहीं बोला सिर्फ इतना ही कहा फिर छोड़ो तुम बताओ क्या चल रहा है ? आजकल 

मैं एक मल्टीनेशनल कंपनी में मैनेजर की पोस्ट पर हूं ।सैलरी भी अच्छी खासी है यह वीडियो बनाने में तुम्हें कुछ नहीं मिलता होगा ना यार । अब भी समय कुछ अच्छी जॉब पकड़ लो ।

 विक्रम कुछ भी नहीं बोल सका चुपचाप वहां से निकल गया ।घर जाकर विक्रम काफी देर तक सोचता रहा उसके कानों में प्रीति के शब्द काफी देर तक गूंजते रहे ।फिर भी वह उसकी बातों को भूलने का प्रयास करने लगा था ।उसकी इतनी इनकम भी नहीं थी वह केवल अपनी आवश्यकता ही पूरी कर पाता था ।उसने अपने शौक के साथ-साथ स्नातक की डिग्री भी ले ली थी ।

विक्रम रोज अपने ऑफिस जाता वहां पर 8-8 घंटे काम करता ,फिर घर जाकर वीडियो बनाता।वह एक ट्रेवल ब्लॉक पर काम कर रहा था ट्रैवलिंग के लिए उसे अलग-अलग स्थान पर जाना होता था ।इसके लिए वह अक्सर रविवार का दिन चुनता तथा सुबह से लेकर शाम तक आसपास के स्थान पर ट्रैवल करके वीडियो बनाता था ।

 उसके पास बाइक भी नहीं थी विक्रम एक स्वाभिमानी लड़का था ,उसने कभी अपने पापा से बाइक के लिए नहीं कहा चुपचाप  बस से ऑफिस चला जाता था । वीडियो बनाने हेतु किसी दोस्तों से बाइक मांग लिया करता था ।

अरे दीप्ति कहां जा रही हो ?

कहीं नहीं यही पास में जा रही थी आओ मैं तुम्हें छोड़ देता हूं विक्रम ने दीप्ति से कहा।

 दीप्ति उसकी कॉलेज में पढ़ती थी दीप्ति भी बाइक पर बैठ गई विक्रम तेज गाड़ी चलाने लगा 

ओके विक्रम यहां पर रोक दो मेरा ऑफिस आ गया ।विक्रम ने वहीं पर गाड़ी को रोक दिया तथा आगे बढ़ गया 

विक्रम दिन रात मेहनत करता है 1हज़ार फॉलोवर्स के लिए प्रयास करता रोज नई-नई वीडियो अपलोड करता था धीरे-धीरे उसके सब्सक्राइबर बढ़ाने लगे थे 3 सौ तक सब्सक्राइबर उसने बना लिए थे ।विक्रम पॉकेट मनी के पैसे अपने पिताजी से कभी नहीं लेता था सारे खर्चे अपनी सैलरी से ही वहन करता था । उसके कुछ दोस्त उसके साथ वीडियो शूट किया करते थे ।

दीप्ति उसे रोज मिलती थी वह उसे रोज अपनी बाइक पर बैठाकर ऑफिस तक छोड़ दिया करता था । विक्रम और दीप्ति की करीबियां बढ़ने लगी थी विक्रम दीप्ति को पसंद करने लगा था। दीप्ति मैं तुमसे कुछ कहना चाहता हूं। 

बोलो विक्रम ।यहां नहीं वह ब्लू मून कैफे हैं वहां चलते हैं। मुझे कुछ जरूरी बात करना है ।
दीप्ति उसके साथ चलने को तैयार हो गई।

कैफे में विक्रम आगे वाली चेयर पर बैठ गया । दीप्ति भी उसके पास जा बैठी 

आई लव यू दीप्ति, विक्रम ने दीप्ति का हाथ अपने हाथ में लेते हुए कहा।

 दीप्ति को चौक गई । उसने अपना हाथ छुड़ाते हुए कहा । यह सब क्या कह रहे हो विक्रम 

क्यों क्या ? मैं तुम्हें पसंद नहीं हूं ? विक्रम ने उदास होकर पूछना चाहा।

 विक्रम देखो मैं एक वेल सेटल्ड फैमिली से हूं ।मैं एक सेटल लड़का डिजर्व करती हूं ।तुम अभी भी स्ट्रगल कर रहे हो ।

दीप्ति मैं और दूसरी जॉब अप्लाई कर रहा हूं । हाई सैलेरी के लिए तुम देखना जैसा तुम चाहती हो ना बिल्कुल हम वैसा ही करेंगे ,और मैं वीडियो भी बनाता हूं ।दीप्ति में एक दिन बहुत फेमस हो जाऊंगा ।

ओ गॉड वह फालतू के वीडियो और तुम्हारा वह चैनल बस करो। यार 

दीप्ति मुझे कुछ समय दो प्लीज दीप्ति।

 विक्रम देखो मेरा समय बर्बाद मत करो । प्लीज मैं अपनी जिंदगी खराब नहीं कर सकती तुम्हारे साथ । कहते हुए दीप्ति वहां से उठकर चली गई ।

 विक्रम की आंखों  से आंसू बहने लगे वह चुपचाप कुर्सी पर बैठा रह गया । दीप्ति के शब्दों ने उसे भीतर से तोड़ दिया । वह दूसरी बार दिल टूटने का दर्द सहन कर रहा था ।

कई दिनों तक विक्रम घर से बाहर नहीं निकला वह रोते हुए अपना काम करता रहा ।वीडियो स्क्रिप्ट लिखता फिर वीडियो बनाता । विक्रम अपने काम में बहुत डूब गया ,उसे और कुछ भी नजर नहीं आता था । दिन रात एक करके वह इतनी अधिक मेहनत करने लग गया कि उसे धीरे-धीरे सफलता मिलने लगी। सब्सक्राइबर धीरे-धीरे बढ़ने लगे 5 सौ से 7सौ फिर 1हज़ार फिर और ज्यादा सब्सक्राइबर हो गए थे उसके चैनल पर । ऐड भी दिखाई जाने लगे जिससे उसकी इनकम में भी वृद्धि होने लगी। उसे अच्छी खासी प्रसिद्धि मिलने लग गई थी। वह एक फेमस यूट्यूबर बन चुका था ।बच्चे बच्चे की जुबां पर विक्रम का नाम था। आसपास के लोग उसे विक्रम ब्लॉगर के नाम से जानने लगे थे ।अपने प्रसिद्ध को पाकर विक्रम अत्यंत ही प्रसन्न था ।
उसे मुंबई में बेस्ट व्लागर का अवार्ड भी दिया गया था ।वह स्टेज पर सम्मान लेने पहुंचा, देखा तो दर्शकों की पंक्ति में दीप्ति बैठी हुई थी । वह उसे देखकर मुस्कुरा रही थी उसने विक्रम को हाथ से इशारा किया ।

विक्रम कैसे हो ?शायद तुमने मुझे देखा नहीं 

तुम यहां? विक्रम ने आश्चर्य से पूछा? 

आजकल बहुत बिजी रहते हो। वैसे कल क्या कर रहे हो?
 
 यहां से ब्लू मून कैफे पास ही है। दीप्ति ने रोमांटिक होकर कहा ।

कल बहुत जरूरी वीडियो की शूटिंग करना है । समय नही है ,कहते हुए विक्रम आगे बढ़ गया। दीप्ति उसे देखते ही रह गई।



दोस्तों, आपको यह कहानी कैसी लगी ।कमेंट्स करके जरूर बताइए।।