माँ ईश्वर ने एक सुंदर रचना बनाई वो स्वयं न आ सका धरती पर इसलिए उसने ये कृति भिजवाई ये कोई और नही माँ कहलाई ममता की मूरत हमने अपन…
Read moreसो गया मैं तो सो गया मैं तो गहरी नींद में क्यों मुझे जगा रहे हो याद आऊंगा सबको फिर भी मुझे भुला रहे हो। जा रहा हूं छोड़कर साथ सबका फिर क्यों…
Read moreसुनी है धरती सुनी है आज धरती सब गलियारे सुनसान हो गए जलती लाशें ,रोते इंसान सब दामन अश्को से भीग गए फैल गया हवाओं में ये जहर कैसा …
Read moreए दिल तू ए दिल....... . ए दिल तू भी कभी मुस्…
Read moreचल पड़ा है वो हांथो में कुदाली फावड़ा ले चल पड़ा है वो पसीने से तर बतर अपनी थकान कभी न देखता है जो फ़टे मेले कुचैले वस्त्र पहनकर भ…
Read moreकितना मुश्किल है कितना मुश्किल है वक्त देखो संभल जाओ बहता ये रक्त देखो पल पल डर रहा हर इंसान देखो कोई न रोक पा रहा ये सब होकर देख र…
Read moreये मंजर फिर बदल जायेगा ये मंजर फिर बदल जायेगा आज फिर बीता हुआ कल हो जाएगा दुख के बादल फिर छट जाएंगे हर इंसान फिर मु…
Read moreवो मजदूर है रोज नए घर बनाता कभी न थकता है वो कभी इधर कभी उधर निकल पड़ता है वो नित नए आशियाने बनाता कभी एक घर पर न ठहर सका है वो सबके लिए एक…
Read moreकल फिर एक नया सूरज आएगा कल फिर एक नया सूरज आएगा नई उजियारी दिखलायेगा फिर से फूल महकेंगे राहों में नई किरण जगमगाएगी हर कल…
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