कितना मुश्किल है
कितना मुश्किल है वक्त देखो
संभल जाओ बहता ये रक्त देखो
पल पल डर रहा हर इंसान देखो
कोई न रोक पा रहा ये सब
होकर देख रहे हैरान देखो
बिछ रही लाशें राहें है श्मशान देखो
न थम रहे फिर भी मौत के सौदागर देखो
कर रहे लाशों का सौदा भी खून से सने गिरेबान देखो
देख रहा सौ आंखों से वो कदरदान देखो
न रह पाओगे खुद पर सदा यूँ मेहरबान देखो
कर लो रहम इन माटी के पुतलों पर याद रखो तुम भी
इक इंसान हो देखो।।
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