सुनी है धरती kavitaakikalamse May 07, 2021 Covid Pandemic Poem 0 Comments सुनी है धरती सुनी है आज धरती सब गलियारे सुनसान हो गए जलती लाशें ,रोते इंसान सब दामन अश्को से भीग गए फैल गया हवाओं में ये जहर कैसा हर दरवाजे हर चौखट वीरान हो गए दस्तक दे रही मौत हरपल , दिख रहे जनाजे हर तरफ क्या हुआ ,सारे पथ श्मशान हो गए Tags Covid Pandemic Poem poetry Sad Poem
कैरियर के लिए संघर्ष करते एक युवा की सच्ची कहानी हिंदी में Youtuber *****यूटूबर***** October 12, 2024
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