प्रफुल्लित हो कि स्वतंत्र हो प्रफुल्लित हो कि स्वतंत्र हो पराधीनता है मृत्यु तुल्य स्वछंद हो। सांसे है हर बन्धन से मुक्त न रोआँ है …
Read moreविलंब न कर आरंभ कर विलंब न कर आरम्भ कर रुक न कहीं थककर प्राणों को स्फूर्ति से भरकर आलस निराशा छोड़ कर थम ना विराम कर …
Read moreनए इरादे नई बात होगी नए इरादे नई बात होगी ये जिंदगी यूँ ही आबाद होगी हर पल उम्मीद हजार होंगी जगमगायेगा हर रास्ता इक घड़ी खु…
Read moreकभी बेवजह ही मुस्कुरा दीजिये कभी बेवजह ही मुस्कुरा दीजिये बिना बात के भी खिलखिला दीजिये। हर पल है जिंदगी में कुछ खास ऐसे वैसे …
Read moreकभी खुद के लिए भी जी लिया करो कभी खुद के लिए भी जी लिया करो ज़िंदगी है कुछ उलझी सी कभी कभी खुशहाल तो गमगीन भी है ज़ख़्म है हर दिल में कह…
Read moreये मंजर फिर बदल जायेगा ये मंजर फिर बदल जायेगा आज फिर बीता हुआ कल हो जाएगा दुख के बादल फिर छट जाएंगे हर इंसान फिर मु…
Read more।।लो आई है फिर से नई सुुुबह।। लो आई है फिर नई सुबह,उठो जागो,चलो बढते चलो। रुकना न कही मुसाफिर,रुकना न कहीं भाई …
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