कदम बढ़ाकर देखो

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हर     मंजर    मुस्काएगा

किस्मत भी खुल जाएगी ,

चंदा आकर तेरे आंगन

निस दिन गीत सुनाएगा ,

मुश्किल से तुम लड़ना सीखो !

आगे   कदम   बढ़ाकर   देखो !


टल जाएगी सभी मुसीबत

रुक जाएगी घोर आंधियां ,

और कारवां तेरे पीछे इक दिन 

निकल पड़ेगा सारा , 

मंजिल  की  राहों पर साथी

एक कदम तो रखकर देखो !


मत सोचो की मुट्ठी भर विश्वास 

भला क्या कर सकता है ,

जगमग  करता  आफताब  भी

होगा  पास  हथेली  में ,

लाख सितारों को तुम छोड़ो

दीपक  एक  जलाकर देखो !


राहें तेरी रौशन होगी ,फैलेगा 

इक दिन उजियाला , 

नहीं हार से घबराओ तुम

नई पहल तो करके देखो !


कभी  नहीं  है  तुझे  छोड़ना

अपने उम्मीदों का दामन ,

है संकल्प अचल तो इक दिन

गिरकर ऊपर उठ जाओगे ,

गिरना उठना ही जीवन है

लेकिन जरा संभल कर देखो !


नहीं बिखरना , नहीं सिमटना

रहे अडिग विश्वास तुम्हारा ,

बिखरी लड़ियां जुड़ जाएगी

आशा जरा जगाकर देखो !