कभी बेवजह ही मुस्कुरा दीजिये कभी बेवजह ही मुस्कुरा दीजिये बिना बात के भी खिलखिला दीजिये। हर पल है जिंदगी में कुछ खास ऐसे वैसे …
Read moreशेरों शायरियाँ जिगर का टुकड़ा सौंप कर भी किसी ने मुझसे मांग ली दौलत कैसे समझाता मैंने पहले ही दे दी जिंदगी भर की शोहरत।। Jigar ka tukda …
Read moreहर मंज़र आज हर मंजर सहमा क्यों है लगी है भीड़ जाने कैसी शहर में तेरे फिर भी हर शख़्स तन्हा क्यों है ढूंढ रही है राहें तुझको फिर भी तू दरबदर…
Read moreहिंदी भाषा है भावों की जो अभिव्यक्ति दिलाती है। निराली है सब भाषाओ से पहचान अलग बनाती है। अखण्डता में एकता का बोध कराती है। है हर भारतीय…
Read moreमासूम कली फिर से एक मासूम कली मसलाई होगी किस ने ये सजा दिलाई होगी अनजान सी जा रही होगी उसकी राह किसीने रोक ली होगी बेशर्मी से फिर …
Read moreकभी खुद के लिए भी जी लिया करो कभी खुद के लिए भी जी लिया करो ज़िंदगी है कुछ उलझी सी कभी कभी खुशहाल तो गमगीन भी है ज़ख़्म है हर दिल में कह…
Read moreएक मरी हुई बेटी एक मरी हुई बेटी से तलाक़शुदा ज्यादा अच्छी है। एक रोती हुई विवाहिता से अकेली बैठी ज्यादा अच्छी है। कदर नही जिसके मन सम्…
Read moreगुरु गुरु मार्गदर्शक है राह नई दिखलाता है गुरु से है नव निर्माण ,एक पथपदर्शक भी बन जाता है जलकर स्वयं दीप सा ओरो को रोशन कर जाता है गुरु …
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