****गुरु****
गुरू बिन सुना संसार
गुरु ज्ञान का आधार
मिले गुरु से ही ज्ञान
गायें गुरु महिमा गान
गणित भूगोल विज्ञान
देते विषयक ज्ञान
शुद्ध मनस पटल
जैसे स्वच्छ धवल
सीखे नव सुविचार
बने अनूप प्रभार
गुरु महिमा बखान
हो जगत कल्याण
गुरु पे कीजे विश्वास
गुरु इक नव उजास
चीर देता वो तिमिर
बने नवल प्राचीर
हो जाती वो नैया पार
गुरु मुक्ति का ये द्वार
है यही विचार नेक
रखो गुरु सदा एक
असंख्य उदाहरण
पूर्ण गुरु की शरण
एकलव्य का दान
गुरु आज्ञा का मान।
गुरु आराध्य ईश
सम्मुख झुके शीश
पूरित भावना हिय
बनो सदा गुरुप्रिय
परे हो दोष विकार
अंतर मन सदाचार
यही पूर्ण समर्पण
गुरु ज्ञान का दर्पण।।
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