माता रानी पर एक सुंदर कविता हिन्दी में || माता रानी श्रृंगार ||


कैसे  लाऊँ   लाल  जोड़ा
हरी  चूड़ियां  ले आई  थी
चम चमके तेरी ये बिंदिया
 लाल चुनर यूँ  सजाई थी

कैसे  पहनाऊँ  कंगन  मोटा
 सतरंगी   चूड़ियां  लाई  थी
 खनखन खनके तेरा कंगना
 हरी   चूड़ियां  ले  आई  थी

कैसे पायल छम छम पहनाऊँ
 हसली   तूने    मंगवाई   थी
 करधन  साजे  तेरी कमर में 
पायल  तो  में  ले  आई  थी

कैसे  तुझको  काजल लगाऊं
सुरमई  अखियां दिखलाई थी
 बिंदिया टीका सजता तुझको
 डिबिया  काजल की लाई थी

कैसे चढ़ाऊँ  पान का बीड़ा
 हलवा पूड़ी भोग लगाई थी 
मुख   पर  तेरे  लाली  सोहे
 तब कत्था पान खिलाई थी

कैसे   लाऊं  हार   नौलखा
 रानी  हार  में  ले  आई थी 
याद जब तेरी मुझको आई 
दर पे  तेरे  चली  आई  थी

कैसे लाऊं  बिछिया जोड़ी 
कड़िया तब  में ले आई थी
 चरणों  में  तेरे  स्वर्ग सजा
 सारी खुशियां मैंने पाई थी