रॉन्ग नम्बर !! Love Story in Hindi सच्ची दिल को छूने वाली प्रेम

 कहानी हिंदी में !!

 

 


 

 

 


 यह प्रेम कहानी एक ऐसी प्रेम कहानी है ,जिसकी शुरुआत एक रॉन्ग नंबर से होती है ,धीरे धीरे उस रॉन्ग नंबर से 

ज़िंदगी में सब कुछ बदल जाता है

 

 रोज की तरह का कामिनी अपने काम निपटा कर ऑफिस से निकल रही थी । 

अरे यार, आज इतना टाइम हो गया पता ही नहीं चला ।कहते हुए कामिनी ने अनीता की तरफ देखा 

बॉस ने इतना काम दे दिया है,कि फुर्सत ही नहीं मिलती। हमें अपने टाइम का पता ही नहीं चलता।


हां यार यह बात तो है सुबह आते हैं लंच टाइम होता है और हम लोग एक दूसरे का मुंह छुट्टी के टाइम 

पर देख पाते हैं। बहुत थक जाते हैं हम दोनों थक गए ।यार चल ओके बाय कल मिलते हैं कहते हुए कामिनी

 ने अपना बैग समेट लिया और बस स्टॉप की तरह तरफ जाने लगी। बस स्टॉप पर खड़ी थी उसे खड़े रहते 

काफी देर हो गई कोई बस नहीं आ रही थी तभी एक बार फुल भरी फुल भरकर आती हुई दिखाई दी उसे रोकने की कोशिश की लेकिन वह नहीं रुकी और आगे बढ़ गई।


कामिनी कुछ परेशान सी खड़ी थी। उसने घड़ी की ओर देखा अपनी कलाई पलटा कर ओह्ह गॉड रात के 9:00 बज गए हैं कोई ऑटो ले लेती हूं काफी देर तक खड़े रहने के बाद उसे वहां पर ऑटो नहीं मिला वह बस स्टॉप से थोड़ा सा आगे बढी फिर उसे बमुश्किल एक ऑटो मिला


अरे भैया नगीन नगर जाएंगे क्या ?

नहीं मैडम वह बहुत रास्ता खराब है वहां से लौटते वक्त हमें कोई सवारी नहीं मिलती और इतनी रात को 

हम वहां नहीं चल सकते

अरे चलो ना भैया ज्यादा टाइम नहीं लगेगा कहते हुए हैं अपना बैग ऑटो  में रख लिया

अरे मैडम एक बार

ऑटो वाले ने ऑटो चलाना स्टार्ट किया । तभी एक कॉल बेल अंजली के फोन पर लगातार बजने लगी पहली बार उसने फोन नहीं उठाया ।दो चार बार फोन की घंटी बजती रहे तो फिर उसने फोन उठाया और कहा , हेलो हेलो कौन बोल रहे हैं आप ?

मुझे मिस्टर जैन से बात करना है मिस्टर जैन

कोई मिस्टर जैन नहीं है रॉन्ग नंबर

रॉन्ग नंबर कहके उसने फोन कट कर दिया दोबारा कॉल आया।

हां हेलो, मुझे मि.जैन से बात करना अरे यहां पर कोई  नहीं है एक बार बोला ना आपको क्यों बार-बार फोन कर रहे हैं |

लेकिन क्यों नहीं ये उन्ही का नंबर था आप उनसे बात करवा दीजिए ना  प्लीज

देखिये मिस्टर

 मिस्टर जैन का नंबर नहीं है तो फिर किसका नंबर है ?

यह मेरा नंबर है

क्या नाम है आपका ?

आपको क्या मतलब है मेरा क्या नाम है और क्या नहीं

अरे आप तो नाराज हो गए गई हम तो ऐसे ही पूछ रहे थे

देखिए मेरा मूड बहुत खराब है बहुत परेशान है आप फोन रख दीजिए

वैसे आपका मूड क्यों खराब है आप मुझे बता सकते हैं ?


बोला ना आपको फोन कर दीजिए रख दीजिए ऐसा कहकर कामिनी ने फोन कट कर दिया

क्या हुआ मैडम?

 अरे कुछ नहीं भैया रॉन्ग नंबर है आज का तो मेरा दिन ही खराब है लगता है कहते हुए कामिनी बड़बड़ा रही थी अरे ,आपने आगे से लेफ्ट लेना है लेफ्ट ले लीजिए थोड़ा चलकर जो गार्डन है ना उसी के पास  मेरा घर है ओके मैडम कहते हुए  ऑटो वाले ने गाड़ी  गार्डन के पास रोक दे दीजिए मैडम घर आ गया घर आ गया


कामिनी ने उसे किराया देकर कहा भैया खुले लेकर आती हूँ।कोई नहीं मैडम मेरे पास है खुल्ले ओके भैया कहते हुए कामिनी ने सो का नोट आगे कर दिया ओके ठीक है मैडम


 कामिनी तेज गति के अंदर चली गई रात बहुत हो चुकी थी उसे डर लग रहा था घर अरे तू इतनी लेट कैसे हो गई  माँ ने कामिनी से पूछा ?अरे मां काम में लेट हो गई थी थोड़ा सा फिर मुझे और ऑटो नहीं मिला। 

थोड़ा समय का ध्यान रखा कर जमाना बहुत खराब है और तू लड़की 

तुम फिर शुरू हो गई मां 

चल अच्छा मैंने आज क्या बनाया है खाने में तेरे लिए देख

बहुत जोरों की भूख लगी है माँ


कहते हुए कामिनी ने मां की तरफ हाथ बढ़ाया श्रीमती इंदु कामिनी के लिए खाना लेने चली गई यह ले खा ले

मेरी अच्छी मां । खाना खाते खाते 11:00 बज चुके थे उसे वहीं सोफे पर नींद आ गई

अरे मां सुबह हो गई माँ ने खिडकी का पर्दा खोल दिया । धूप अंदर आने लगी ।अरे यह क्या कर रही हो मां ऑफिस नहीं जाना क्या तुझे सुबह के 8 बज चुके हैं तुझे 9 बजे ऑफिस जाना होता है अब उठ जा ।कामिनी बाथरूम की और दौड़ी | तैयार होकर ऑफिस के लिए निकल गई बस स्टॉप पर बस का वेट कर रही थी तभी एक कॉल आया हेलो हेलो मैडम कैसे हैं?

 आप कौन बोल रहे हैं?

 मैं आप बताइए ना आपका नाम क्या है ?

मेरा नाम कुछ भी है आप कौन हैं?


अरे नाम नहीं है क्या आपका ?

आपको क्या मतलब है ?

आप हमेशा नाराज क्यों रहते हैं ?कुछ प्रॉब्लम है आपकी लाइफ में


यह तो पूछने वाले आप हैं ?कौन अरे मैडम दोस्त समझकर बता दीजिए

देखिए मैं आपको अच्छे से बोल रही हूं आइंदा मुझे कॉल मत कीजिए वरना पुलिस को कंप्लेंट कर दूँगी 

  अरे मैडम हमने आपसे कोई गलत बात थोड़ी है कि है कि पुलिस की धमकी दे रही है।


 कामिनी ने गुस्से में फोन काट दिया

कुछ दिन बस का वेट करने के बाद ऑफिस चली गई

दिनभर ऑफिस में काम करते रहिए

अरे कामिनी  कैसी  हो ?कहते हुए अनीता ने कामिनी के कंधे पर हाथ रख दिया

 मैं ठीक हूं तो तुम यहां  क्या कर रही हो

यूँ ही पानी पीने आई थी 

वह  अपने केबिन में जाके  में काम कर रही थी।तभी उसके फोन पर फिर से कॉल आया , कि  खाना तो खा लीजिए आप कौन है? लेकिन कहते हुए कामिनी है गुस्से में पूछा और क्यों मेरे पीछे पड़े हैं


अरे खाने से कैसी  नाराजगी ?  बताइए ना खाना खाया आपने ?

नहीं खाया और खाना भी नहीं है कहते हुए उसने  फोन कट कर दिया।

कामिनी चुपचाप होकर सोचने लगी उसने लंच किया 1 घंटे तक कुछ अपना जरूरी काम निपटाया और घर के लिए निकल गई कामिनी बस स्टॉप पर खड़ी थी उसे लगा  फोन आएगा लेकिन कोई फोन नहीं आया बस में बैठकर वह घर चली गई।

 

 

 

क्या हुआ मां कैसे हो कामिनी ने मां के सर पर हाथ रख दिया मां तुम्हें तो बुखार है 

नहीं बेटा बस यूँ ही तुम्हे डॉक्टर के पास लेकर चलती हूं वह मां को डॉक्टर के पास ले कर चली गई।

डॉक्टर साहब क्या हुआ है इनको तेज बुखार है मैं इंजेक्शन दे देता हूं । कुछ दवाइयां है आप जाकर ले   आइए ओके।

इंजेक्शन देने के बाद उसने डॉक्टर से पूछा कुछ प्रॉब्लम की बात तो नहीं है ना नहीं लेकिन इनको रेस्ट करना होगा।ओके डॉक्टर

टेक केयर।

कामिनी मां को लेकर घर चली गई मां सो रही थी ।मां ने आंखें खोल कर देखा ।मां अब ठीक हो न

हाँ में ठीक ही हूँ।तू चिंता मत कर

ओके बेटा ना मुस्कुरा दे। अब मैं तुम सो जाओ मैं वरना बहुत बातें करूंगी। तुम आराम करो कहते हुए उसकी आंखों में आंसू आ गए।

मां को अपने आंसू  दिखने नहीं दिए चुपचाप छुपा लिया और वहां से उठकर जल्दी

जल्दी चली गई अपने कमरे में जाकर बैठ गई। कुछ सोचने लग गई अभी कौन सी मेडिसिन देनी है। फोन की बेल बज उठी। फोन उठाकर  उसने पूछा कौन बोल रहा है उधर से कोई आवाज नहीं आई। वह उठ गई और कमरे से बाहर निकल गई। हेलो आवाज नहीं आ रही है शायद नेटवर्क कमजोर है कैसे हो मैडम कुछ परेशान लग रही हो  परेशान कौन है परेशान आपकी आवाज मुझे कुछ परेशानी दिखाई देती हैं लेकिन यह सब पूछने वाले आप कौन हो और मेरा पीछा क्यों कर रहे हो क्यों बार-बार मुझे कॉल करते हो पता नहीं आपकी आवाज में कुछ अपनापन लगता है हां मुझे यह भी पता है कि आप भी परेशान हो बताना चाहो तो बता सकते हो क्यों बताऊं


आपका मेरा क्या रिश्ता है जो बताओ मैं आपको जानती नहीं आप क्यों मेरे पीछे पड़े हैं बार-बार मुझे कॉल करके डिस्टर्ब कर रहे हैं सचमुच आप डिस्टर्ब हो रही हो मेरे फोन से ।मेरा फोन करना आपको अच्छा नहीं लग रहा बताइए आप बोलेंगे तो मैं कॉल नहीं करूंगा मेरा फोन करना आपको अच्छा नहीं लगता मेरी बातें आपको परेशान करती हैं बोलिए ना। कामिनी कुछ देर सोच में पड़ गई फिर  लगा कैसे पीछा छुड़ाया जाय उसने कहा हां मैं परेशान होती हूं आइंदा कॉल मत करना ठीक है आप नहीं चाहती कॉल करूं । कभी आपसे बात नही करूंगा । हां कॉल मत कीजिए मैं परेशान हो रही हूं। ठीक है गुड़ बाय कहते हुए कुछ रुआँसी आवाज़ में उसने फोन कट कर दिया। कामिनी को पता नहीं कुछ अजीब सा लग रहा था पहली बार उससे के दिल में कुछ टूट रहा था क्या था वह पता नहीं कामीनी फोन को ध्यान से देखते रह गई क्या सचमुच काट दिया उसने उसने भी अकड़ पर फोन रख दिया


कुछ देर बाद वह छत  टहलने चली गई कुछ देर टहलने के बाद तो नीचे आ गई और अपने रूम में जाकर सो गई सुबह उठी चाय नाश्ता किया उसने अपने को मोबाइल चेक किया कि कहीं मिस कॉल तो नहीं ।अननोन नंबर से एक भी मिस कॉल नहीं था। पता नहीं क्यों कामिनी को एक अजीब सा एहसास हो रहा था जैसे कुछ छूट गया हो कोई जरूरी चीज हो ।जरूरी काम हो जो हुआ नहीं आज


घर पर बैठे रहे काम निपटा कर मां को दवाइयां दे दी । छत पर टहलने चली गई ।उस अननोन नंबर को याद कर रही थी उसने सोचा शायद रात तक कोई कॉल आ जाए बार-बार मोबाइल उठाती और चेक कर लेती, लेकिन कोई मिस कॉल नहीं था एक भी नहीं।


देखते-देखते 5 दिन बीत गए ।कामिनी की मां की तबीयत भी कुछ ठीक हो गई थी ।माँ आज मैं सोच रही थी ऑफिस चली जाऊं हां बेटा तुम ऑफिस चली जाओ तुम्हारा काम सफर हो रहा है ,मेरी तबियत अब बिल्कुल ठीक है।तुम चली जाओ ओके मां मैं चली जाती हूं।


अंजलि ऑफिस के लिए निकल गई बस स्टॉप पर बस का वेट कर रही थी। एक कॉल आया कामिनी अचानक खुश हो गई और देखा तो अनीता का फोन था  अचानक चुप चाप हो गई कामिनी 

हेलो अरे कहां है आज ऑफिस आएगी ना 

हां हां मैं आ रही हूँ। ओके बाय कहते हुए अनीता ने फोन रख दिया कामिनी को मानो एक सांप सूँघ गया था वह चुपचाप खड़ी हो गई।



आज कितने दिन हो गए वह मिस कॉल अननोन नंबर से फोन नहीं आया । कामिनी मानो जैसे बहुत उदास हो गई थी ।ऑफिस जाकर कामिनी अपना काम करने लग गई।चुपचाप बैठ कर अपना काम कर रही थी। अनीता उसके पास आकर बैठ गई उसे कब तक देखती रही  क्या बात है मैडम अरे तू कब आई तुम्हारा तो ध्यान ही नहीं क्या सोच रही हो कुछ नहीं तो आज कुछ खोई सी लग रही है कुछ तो बात है बताना कुछ नहीं बाबा ऐसे ही बस थोड़ा सा थक गई हूं कहते हुए कामिनी ने बात पलट दी


ओके मुझे एक मीटिंग में जाना है मैं चलती हूं कहते हुए कामिनी वहां से चली गई ओके बाय।


बहोत उदास रहते हुए कई महीने बीत गए।अचानक एक दिन फिर मोबाइल की बेल बज उठी ।

कामिनी ने फोन कनेक्ट किया 

हेलो मेडम कैसे हो 

कौन

अरे आप भूल भी गई 

कामिनी ने कुछ देर नाराज़ होने का नाटक किया फिर बोल पड़ी।आज इतने महीनों बाद क्यों फोन किया

मतलब आपको भी हमारी याद आती है

बिल्कुल नही , मुझे क्यो याद आने लगी भला ?

बताइये ना  आपने भी मुझे याद किया ना ?

आप मुझे फोन क्यो करते है?

आप मुझे बहुत अच्छी लगती हो ,अब तो अपना नाम बता दीजिये कामिनी ,

बहुत सुंदर नाम है आपका 

और आपका नाम 

मेरा नाम अभिषेक है

आप कहाॅ से है 

मैं दिल्ली से हू आप 

मैं भी 

क्या आप मुझसे मिलेंगी ?

नही , बिल्कुल नही मैं अंजान लोगों से नही मिलती । कहते हुये कामिनी ने फोन कट कर दिया 

फिर से फोन की रिंग बजने लगी 

अरे मैं नही मिल सकती 

मैं फिर भी आपका इंतजार करूंगा

कनाट पलेस के पास ठीक शाम के 5 बजे ब्लू मून कैफे में

अगर आप नही आई तो अपना टूटा हुआ दिल लेकर चला जाऊँगा , हमेशा के लिये । 

कामिनी ने कोई उत्तर नही दिया उसका दिल बहुत जोर से धड़क रहा था ।

दूसरे दिन ठीक 5 बजे कामिनी ब्लू मून कैफे में जाकर बैठ गई। 5 बजकर 15 मिनट हो चुके थे । 

उस लड़के का कोई अता - पता नही था ।

वह मन ही मन पछताने लगी कि मैं क्यो यहाॅ पर चली आई। एक अंजान फोन के लिये । मैनें आखिर क्यो विश्वास किया । वह मन ही मन अफसोस कर बैठी रही ।साढे पाँच बज चुके थे । 

कामिनी ने वहा से उठकर चले जाना ही बेहतर समझा । वह उस लड़के की बातें याद करके अचानक उसकी आँख में आँसू आ गये ।वह उठकर खड़ी हो गई और जाने लगी ।तभी उसके मोंबाइल की रिंग बज उठी । उसने उठाकर देखा अभिषेक का ही फोन था । 

क्या हुआ मैडम , आप तो जा रही हो ? 

हाँ , कहते हुये कामिनी कुछ भी नही बोल सकी और फोन बंद कर दिया । तभी उसके पीछे वाली टेबल से एक लड़का आकर खड़ा हो गया हेलो  कामिनी 

आप , मैं अभिषेक 

मैं यही आपके पीछे वाली टेबल पर बैठ कर आपको देख रहा था । 

इतना लेट हो गये , 

मैं 4 बजे से आकर यहाँ बैठा हू । जानता था कि आप जरूर आयेंगी । आइये न कहते हुये उसने टेबल की तरफ इशारा किया । कामिनी उसके साथ बैठ गई । 

गुलाब देते हुये उसने कामिनी को अपने प्यार का इज़हार कर दिया । मैं तुमसे बहुत प्यार करता हू । 

देखो मे , कोई बात नही मैं तुम्हारे जवाब का इंतजार करूंगा । उम्मीद है जवाब हा ही रहेगा । कहते हुये वह मुस्कुराया कामिनी ने भी मुस्कुराकर हाँ की मुहर लगा दी। वह हाथ मे गुलाब लिए सोचने लगी कि एक रॉन्ग नम्बर ने उसकी जिंदगी बदल दी।

 

 

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