इस बार जरूर आना भईया
इस बार जरूर आ जाना भईया
ये राखी मेरे साथ मनाना भईया
करती हूं इंतज़ार साल भर इस
उत्सव का
तुम्ही से तो है रंग मेरे इस त्यौहार का
इसे रंगीन बना लेना भईया
इस बार जरूर आ जाना भईया
सात समंदर पार चले गए तुम जबसे
कभी कभी देख पाती हूँ चेहरा अब
माना कुछ जिम्मेदारी है भईया
फिर भी इस बहन को याद कर आना
भईया
छोड़कर काम सारे मेरे पास चले आना
लाई हूं चुनकर रंग बिरंगी राखी देखो
अलबेली सबसे सुंदर जो थी सबसे
इक बार इस नई राखी का रंग देख जाना
भईया
सोचा जब आआगे तब खूब लड़ जाऊंगी
न सुनगी कोई बहाना गुस्से से भर जाऊंगी
मना लिया करते थे बचपन मे जैसे
वैसे ही फिर मुझे मना लेना भईया
फिर वही लाड़ दिखा देना भईया
सजाकर आरती की थाली देख रही रास्ता तुम्हारा
अपना नेह ओर आशीष उसमे नेग
समझ कर डाल जाना भईया
इस बार जरूर आना भईया
ये राखी मेरे साथ मानना भईया।।
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