हे नारी तुम अब कठोर बन जाना हे नारी तुम अब कठोर बन जाना रूप एक नया सबको दिखलाना कोमल काया से शीला सी जड़ हो जाना।। त्याग ममता प्यार की मूरत हो तुम…
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औरते बहोत जल्दी रो देती है लोग कहते है औरतें बहोत जल्दी रो देती है। सच है वो अपने सारे गम अपने आँचल में समेट लेती है। किसी से कुछ क…
Read moreबन के दुल्हन सी बन के दुल्हन सी आज पिया का इंतज़ार कर रही हूं देखकर आईना सोलह श्रृंगार कर रही हूं । लगता है आज है कुछ खास सखी री कानों मे…
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