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हे नारी अब तुम कठोर बन जाना (Oh woman you be tough now)

हे नारी तुम अब कठोर बन जाना हे नारी तुम अब कठोर बन जाना रूप एक नया सबको दिखलाना कोमल काया से शीला सी जड़ हो जाना।। त्याग ममता प्यार की मूरत हो तुम…

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बन के दुल्हन सी

बन के दुल्हन सी               बन के दुल्हन सी आज पिया का इंतज़ार कर रही हूं देखकर आईना सोलह श्रृंगार कर रही हूं । लगता है आज है कुछ खास सखी री कानों मे…

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