सुभाष चंद्र बोस पर हिन्दी में कविता ****सुभाष चंद्र बोस****



नस  नस  में जिसकी जोश था
वही     सुभाष   चंद्र  बोस  था
उड़ीसा  कटक  में  जन्म लिया
देश  की खातिर बलिदान दिया

 स्वतंत्रता    के   संग्राम  में 
जिसने  मशाल जलाई थी
हॄदय   में  थी ज्वाला भरी
इक नई राह दिखलाई थी

थी आज़ाद हिंद फौज बनाई
फ़िरंगियों   से   लड़ी  लड़ाई
देश को  एक था  नारा दिया
स्वाधीनता  स्वप्न सारा दिया

वीर,निडर ,कर्मठ साहसी थे
बाबू    सुभाष   पराक्रमी  थे
तुम   मुझे   खून  दो  मैं तुम्हे 
आज़ादी    दूँगा   नारा दिया

देश   हित  हेतु बलिदान दिया
कर्तव्यों    का  प्रतिदान  दिया
एडोल्फ हिटलर से मिल आये
साहस   से  नेताजी  कहलाये

फ़िरंगियों  को खूब छकाया
अपनी  करतूत  से चौकाया
देशप्रेम की अपार शक्ति थी
निष्ठावान  होकर  भक्ति की

भारत माँ के महान सपूत को
करते  सब  शत शत नमन है
आज़ादी  के  उस दीवाने को
करते   सभी  चरण  वंदन है।