Hindi Diwas Poem || हिंदी गौरव हमारा ||
हिंदी दिवस पर एक अनूठी कविता हिंदी में ||
हिंदी तो है गौरव हमारा
हिंदी ही तब स्वाभिमान है
हिंदी है इस राष्ट्र की भाषा
हिंदी हमारा अभिमान है
जन जन को एक सूत्र पिरोती
रचना तब अनूठी सी होती
हिंदी से समृद्ध साहित्य बना
प्रत्येक अक्षर स्वर्णिम सजा
माँ भारती का सम्मान यही
भारतवर्ष का है मान यही
संग हिंदी के अनेक बोलियाँ
गुजराती,मालवी,आदि कड़ियाँ
अंग्रेजी तो भले ही सीखना
न मातृभाषा का अपमान करो
हिंदी तो है जननी हमारी
सदैव इसका सम्मान करो
महत्ता अनूठी दिखला जाती
बिन हिंदी सारे शब्द अधूरे
हिंदी की तो इक ही बिंदी भी
अर्थ यूँ नवीन बना जाती
सारे देश की शान है हिंदी
हर भारतीय का मान है हिंदी
सरल,सरस, कर्ण प्रिय गीत सी
स्नेह,उन्नति,अनुराग प्रीत सी
हो निर्बाध सदैव बोलना
हिंदी संग अब संकोच न करना
आधुनिक तुम चाहे बनना
हिंदी को प्रतिपल मुख पर रखना
सम्मुख यूँ परिवर्तन होगा
युग हिंदी का नवीन होगा
इक दिन यूँ हिंदी भाषा भी
विश्व मे सर्वत्र छा जाएगी।।
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