बाक़ी है
अभी दिल भरा नहीं इक याद बाकी है
ना समझ पाया दिल इक अरमान बाकी है
देखता है रहा तेरे दरस की अभी भी एक आस बाकी है
प्यार ही प्यार है मेरे दिल में बसा ना कोई इंकार बाकी है
हे महक़मा लगा तेरी यादों का अपना कोई पयाम बाकी है
मिले हर जनम में तू ही मुझे अब ना कोई आरजू बाकी है
तेरे सिवा ना मेरी कोई जुस्तजू बाकी है
देखा है सपना तेरे संग का इक आशियाना हो
मेरे हमसफर ना और कोई ख्याल बाकी है
चला आएगा तू भी एक दिन यही सोच कर कि मेरे
दिलबर तेरे लिए दिल में मेरे लिए कितना प्यार बाकी है
है चाहत की रंगीनियां अधूरी तुझ बिन हर इक आस बाकी है
कट रही है जिंदगी जैसे उधार की रुक रही तेरे लिए
इक इक सांस बाकी है ||
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