दिल कहता है

 

 

 

 

तुम मेरे हो बस मेरे दिल कहता है आज बहुत है बेकरार तुम्हारे

 लिए ना माने कोई बात ना संभलता है

बेकरार है हर पल बेचैन है जाने क्यों हर पल तड़पता है
 
देख कर तुमको अब ना रहा ये मेरे बस में पल-पल मचलता है
 
आओगे आज सब रस्में सब कसमें तोड़ कर दिल कहता है 
 
कठिन है डगर तुम्हारे जीवन की पर रोक ना सकेंगे तुम्हे मेरे करीब आने से 
 
लौट आओगे ,तुम मेरा दिल कहता है
 
ना डिगा सकेगी कोई दीवार रास्ता तुम्हारा  प्रेम ये सदा मेरे दिल में रहता है 
 
सांसों में समाए हो तुम, तुम्हारा प्यार मुझ में लहू बनके बहता है
 
 तुम मेरे हो बस मेरे दिल कहता है